Khadi and Village Industries Commission (KVIC) क्या है?
खादी और ग्रामोद्योग आयोग (KVIC) एक ऐसा आयोग है जो ग्रामीण क्षेत्रों में खादी और ग्रामोद्योग को बढ़ावा देने और विकसित करने के लिए बनाया गया है. यह भारत सरकार द्वारा स्थापित एक वैधानिक निकाय है। यह आयोग सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय के तहत काम करता है। इस आयोग का मुख्य मकसद खादी और विलेज इंडस्ट्री प्रोडक्ट्स के उत्पादन को बढ़ाना, नए उद्यमों के जरिये एम्प्लोयीमेंट जेनेरेशन को बढ़ावा देना।
खादी और ग्रामोद्योग के अंतर्गत कपास, रेशम, या ऊन का इस्तेमाल करके हाथ से काते और हाथ से बुने हुए कपड़े और रेशम उत्पादन, हथकरघा बुनाई, हस्तशिल्प, कॉयर, चमड़ा और मिट्टी के बर्तन जैसी गतिविधियाँ आती है. KVIC के जरिये ग्रामीण क्षेत्रों के उद्योगों के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर को डेवेलप करना और उनको फिनांशियल एवं टेक्निकल सपोर्ट प्रोवाइड करना.
इसके अलावा इसका काम यह भी है कि ग्रामीण उद्यमियों को व्यापार से सम्बंधित ज्ञान एवं प्रशिक्षण भी दिया जाये. आज इस लेख में जानेंगे कि Khadi and Village Industries Commission (KVIC) kya Hai.
Khadi and Village Industries Commission (KVIC) Objectives
1. खादी और विलेज इंडस्ट्री प्रोडक्ट्स की उत्पादन क्षमता बढ़ाना और इन दोनों को प्रोत्साहन एवं इनका विकास करना.
2. एम्प्लोयीमेंट जेनेरेशन के सामाजिक उदेश्य को पूरा करना
3. ग्रामीण इलाकें के लोगों को आत्मनिर्भर बनाना एक मजबूत Rural Community का निर्माण करना.
4. क्रिएटिव एंड प्रोडक्टिव एक्टिविटी के माध्यम से ग्रामीण लोगों को अपना हुनर दिखाने का एक मौका और स्व-रोजगार द्वारा अपनी आय का सृजन करना.
Khadi and Village Industries Commission (KVIC) काम कैसे करता है?
Khadi and Village Industries Commission (KVIC) अपनी अन्य एजेंसियों की मदद से ग्रामीण इलाकों में खादी और ग्रामीण उद्योग को बढ़ावा देने के लिए योजनाओं का प्रचार उनकी प्लानिंग और उनके लिए सहायता प्रदान करने का काम करता है. इसका मकसद ग्रामीण इलाकों में उन सभी योजनाओं को सफलतापूर्वक विस्तार करना है जिसके द्वारा ग्रामीण इलाकों में शुरू हो रहे नए उद्योगों के जरिये अर्थव्यवस्था में योगदान दिया जा सके. KVIC के कार्यों की जानकारी नीचे दी जा रही है जिन्हें जान्ने के बाद आपको इसके KVIC आयोग के कारों का पता चल सकेगा।
1. खादी और ग्रामीण उद्योग से जुड़े क्षेत्रों में रोजगार पाने एवं उससे सम्बंधित नया उद्यम शुरू करने वाले इच्छुक व्यक्ति का मार्गदर्शन करना और उनको ट्रेनिंग की व्यवस्था करना।
2. खादी और ग्रामीण उद्योग से जुड़े ऐसे लोग जो हाथ से बुने हुए सूत या खादी वस्तुओं का निर्माण करते है उनके लिए कच्चे माल का रखराखाव के एवं उन तक इस माल की सप्लाई आदि के लिए उचित प्रबंध करना।
3. खादी इंडस्ट्री की सेल और मार्केटिंग को प्रमोट करने के लिए खादी प्रोडक्ट्स और ग्रामीण उद्योग या हस्तशिल्प के उत्पादों की बिक्री और मार्केटिंग को बढ़ावा देने के लिए आवश्यकता पड़ने पर मार्केटिंग एजेंसियों के साथ संबंध बनाना.
4. खादी और ग्रामीण उद्योग में उपयोग की जाने वाली नॉन कन्वेंशनल एनर्जी एंड इलेक्ट्रिकल पॉवर जैसी टेक्नोलॉजी में रिसर्च को बढ़ावा देना उनकी उत्पादकता बढ़ाना, उनकी प्रतिस्पर्धी क्षमता को बढ़ाने और प्राप्त प्रमुख परिणामों के प्रसार की व्यवस्था करने के लिए शोध।
5. KVIC अपनी अन्य एजेंसियों की मदद से खादी प्रोडक्ट्स और ग्रामीण उद्योग से जुडी समस्याओं का अध्यन करना और उन समस्याओं का समाधान खोजना।
6. खादी और ग्रामीण उद्योग से जुड़े व्यक्तियों और संस्थाओं को वित्तीय सहायता उपलब्ध कराना और माल और सेवाओं के उत्पादन के उद्देश्य से डिजाइन, प्रोटोटाइप और अन्य तकनीकी जानकारी की आपूर्ति के माध्यम से उनका मार्गदर्शन करना।
Khadi and Village Industries Commission (KVIC) Loan Scheme कौन सी है?
प्रधानमंत्री एम्प्लॉयमेंट जनरेशन प्रोग्राम (PMEGP) स्कीम
प्रधानमंत्री एम्प्लॉयमेंट जनरेशन प्रोग्राम (PMEGP) Khadi and Village Industries Commission (KVIC) के अंतर्गत लागू होती है. इस स्कीम का मकसद ग्रामीण क्षेत्रों में स्माल स्केल बिज़नेस को बढ़ावा देकर रोजगार के अवसरों का निर्माण करना है.
इस योजना के जरिये नए सूक्षम उद्योगों को मदद करने के लिए सरकार की तरफ से लोन दिया जाता है और उस लोन पर कुछ सब्सिडी भी दी जाती है. इस स्कीम में मेन्युफेक्चर सेक्टर को अधिकतम 25 लाख एवं सर्विस सेक्टर्स को अधिकतम 10 लाख का लोन मिलेगा और इन लोन पर शहरी क्षेत्र में अधिकतम 25% और और ग्रामीण क्षेत्र में अधिकतम 35% सब्सिडी मिलती है।
खादी विकास योजना (KVY)
इस योजना को भी Khadi and Village Industries Commission (KVIC) के द्वारा चालाया जाता है जिसमे ग्रामीण क्षेत्रों में खादी और ग्रामोद्योग को बढ़ावा दिया जाता है. इस योजन से लोन लेने वाले व्यक्ति को परियोजना लागत का परियोजना लागत का 25%) इंटरेस्ट सब्सिडी (प्रति वर्ष 6%) और वर्किंग कैपिटल (परियोजना लागत का 30% तक) के रूप में वित्तीय सहायता प्रदान करती है।
मार्किट प्रमोशन डेवलपमेंट अस्सिस्टेंस (MPDA)
मार्किट प्रमोशन डेवलपमेंट अस्सिस्टेंस स्कीम के अंतर्गत ग्रामीण क्षेत्रों में खादी और ग्रामोद्योग के जरिये निर्मित प्रोडक्ट्स के एक्सपोर्ट्स पर बढ़ावा दिया जाता है. इस स्कीम का कार्यान्वन सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय (MSMEs) द्वारा किया जाता है. इस योजना का फायदा यह है कि उत्पादन हुए प्रोडक्ट्स को इंटरनेशनल ट्रेड फेयर, एग्जिबिशन, मार्किट सर्वें और ब्रांडिंग के जरिये बढ़ावा दिया जाता है।
हनी मिशन स्कीम (Honey Mission Scheme)
Khadi and Village Industries Commission (KVIC) के द्वारा हनी मिशन के अंतर्गत देश में मधुमक्खी पालन और शहद उत्पादन को बढ़ावा दिया जा रहा है. इस योजना को बागवानी बोर्ड (एनएचबी) द्वारा शुरू किया गया था. इस स्कीम के अन्दर मधुमक्खी पालन करने वाले व्यक्तियों को Bee Colonies, Honey Processing Units को सेट अप्स करने के लिए लोन प्रोवाइड किया जाता है।
स्कीम ऑफ़ फण्ड फॉर री जनरेशन ऑफ़ ट्रेडिशनल इंडस्ट्रीज (SFURTI)
इस स्कीम के अंतर्गत पारंपरिक उद्योगों के विकास को बढ़ावा देने के लिए वित्तीय सहायता दी जाती है जिसमे Capacity Building, Technology Upgradation, Market Development और Creation Of Common Facilities के लिए ग्रामीण सूक्षम उद्योग की सहायता की जाती है।
आजीविका ग्राम उद्योग विकास योजना (AGVY)
आजीविका ग्राम उद्योग विकास योजना (AGVY) को ग्रामीण विकास मंत्रालय द्वारा कार्यान्वित किया जाता है इस स्कीम के अन्दर ग्रामीण उद्योगों के विकास को बढ़ावा देने और ग्रामीण युवाओं को स्थायी रोजगार के अवसर प्रदान कराने की कोशिश की जाती है । यह योजना कृषि, पशुधन और गैर-कृषि गतिविधियों जैसे विभिन्न क्षेत्रों में सूक्ष्म उद्यमों की स्थापना के लिए स्वयं सहायता समूहों को भी को वित्तीय सहायता प्रदान करती है।
नेशनल शेड्यूल कास्ट फाइनेंस डेवलपमेंट कारपोरेशन (NSFDC)
इस स्कीम के अंतर्गत शेड्यूल कास्ट एंटरप्रेन्योर को लोन दिया जाता है, इस स्कीम को भारत सरकार की स्वामित्व वाली संस्था नेशनल शेड्यूल कास्ट फाइनेंस डेवलपमेंट कारपोरेशन द्वारा लागू किया जाता है. लाभधारक को इस स्कीम में अपने लघु उद्योगों को स्थापित करने के लिए अधिकतम 30 लाख रूपये का लोन दिया जाता है. इसके अलावा इस लोन पर रियायती ड्रोन पर इंटरेस्ट रेट लगता है।
नेशनल बैकवर्ड क्लास फाइनेंस एंड डेवलपमेंट कारपोरेशन (NBCFDC)
इस स्कीम के अंतर्गत बैकवर्ड क्लास एंटरप्रेन्योर को लोन दिया जाता है, इस स्कीम को भारत सरकार की स्वामित्व वाली संस्था नेशनल शेड्यूल कास्ट फाइनेंस डेवलपमेंट कारपोरेशन द्वारा लागू किया जाता है. लाभधारक को इस स्कीम में अपने लघु उद्योगों को स्थापित करने के लिए अधिकतम 50 लाख रूपये का लोन दिया जाता है. इसके अलावा इस लोन पर रियायती ड्रोन पर इंटरेस्ट रेट लगता है।
महिला उद्यम निधि (MUN)
महिला उद्यम निधि स्कीम के अंतर्गत उन महिलाओं को बढ़ावा दिया जाता है जो ग्रामीण क्षेत्रों अपना उद्यम शुरू करने की योजना बना रही है. इस योजना को भारत सरकार के MSME मंत्रालय द्वारा लागू किया जाता है. इस स्कीम के अंतर्गत महिलाओं को अपना उद्यम स्थापित करने के लिए 10 लाख रूपये तक का लोन दिया जाता है. इसके अलावा इस स्कीम में महिला उद्यमियों को बिज़नेस चालाने से जुड़ी सलाह और ट्रेनिंग भी दी जाती है।
KVIC Loan Scheme Eligibility
- इंडियन सिटिजन
- 18 वर्ष से अधिक आयु
- 8वीं तक एजुकेशन
- KVIC रजिस्ट्रेशन
- वैलिड इम्पोर्ट एक्सपोर्ट कोड (IEC)
- NRLM रजिस्ट्रेशन
- गुड सिबिल स्कोर
KVIC Loan Scheme Documents
- एप्लिकेंट के आईडी प्रूफ
- एप्लिकेंट के एड्रेस प्रूफ
- पैन कार्ड
- पासपोर्ट साइज़ फोटोग्राफ
- एजुकेशनल प्रूफ
- बिज़नेस प्लान और प्रोजेक्ट रिपोर्ट
- GST रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट
- स्पेशल कैटेगरी सर्टिफिकेट
How to apply for KVIC loan Scheme: Online
KVIC Online Apply करने के लिए आपको सरकार की तरफ से जारी ऑफिशियल वेबसाइट पर जाना होगा। KVIC योजना का उद्देश्य ग्रामीण उद्यमिता को बढ़ावा देना और ग्रामीण क्षेत्र में रोजगार के अवसर पैदा करना है। यदि आप केवीआईसी योजना के लिए आवेदन करना चाहते हैं, तो आप नीचे लिखे Steps फॉलो करके आवेदन कर सकते है.
Step-1 KVIC की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाए
सबसे पहले KVIC की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर Schemes Section में जाएं, इसके बाद आप अपनी जरुरत के हिसाब से विभिन्न Schemes में से किसी एक का भी चुनाव करे।
Step-2 Choose any KVIC Scheme
अब आपको अपनी इच्छा के अनुसार KVIC Scheme का चुनाव करना होगा इसे चुनने के बाद आप Apply बटन पर क्लिक करके आगे बढ़े। आगे बढ़ने से पहले आपको Scheme से जुड़े सरे Eligibility Criteria और Schemes से जुडी सारी जानकारी ध्यान से पढ़ लें।
Step-3 User Registration
KVIC Scheme में apply करने के लिए आपको Register बटन पर जाकर New User Registration करना होगा इसके लिए आपको सभी जरूरी जानकारी भरनी होगी। Registration होने के बाद आप आसानी से अपने account में Login कर पाएँगे।
Step-4 Fill KVIC Application Form
जब आप अपने Account में Login हो जाएँगे इसके बाद आपको अपनी चुनी हुई Schemes को पूरा करने के लिए Application Form को ध्यान से भरना होगा।
Step-5 Upload Documents
KVIC Scheme में Application Process पूरा करने के लिए आपको अपने Personal Detail, Address Detail, Business Document & Business Plan, Bank Details जैसे जरुरी Documents अपलोड करने होंगे।
Step-6 Submit Application
एक बार जब आप सभी Details भर देते हैं और जरूरी Documents Upload कर लेते हैं, तो “Submit” बटन पर क्लिक करें। आपको एक Application Number या Reference ID प्राप्त होगी, जिसका उपयोग आप अपने Application Status को ट्रैक करने के लिए कर सकते हैं।
Step 7: Follow up
KVIC Portal पर अपने Account करके अपने आवेदन की स्थिति पर नज़र रखें। आप किसी भी अपडेट या पूछताछ के लिए KVIC Office से भी संपर्क कर सकते हैं।
Conclusion
Khadi and Village Industries Commission (KVIC) के प्रयासों के द्वारा ग्रामीण उद्योग और स्वरोजगार को लगातार बढ़ावा मिल रहा है साथ ही इसकी भूमिका ग्रामीण क्षेत्रों में लगातार बढती जा रही है. इस प्रयास के जरिये ग्रामीण कारीगरों को रोजगार के अवसर मिले है साथ ही शहरों की तरफ हो रहे पलायन में भी कमी आई है.
इस मुहीम के जरिये ग्रामीण इलाकों में उद्यमों को बढ़ावा मिलने से पारंपरिक कौशल और शिल्प का संरक्षण करने में मदद मिली है. ग्रामीण उद्योग का विस्तार करने के लिए सरकार लगातार नई तकनीकों के जरिये ग्रामीण उद्योग का विकास करने में लगी है।
FAQs
1. KVIC का Interest Rate क्या है?
KVIC में विभिन्न स्कीमों के जरिये लोन दिया जाता है जिनकी दरें भी विभिन्न होती है अगर आप PMEGP स्कीम में आवेदन कर रहे है तो इसमें ज्यादातर बैंक 11 and 12% होती है.
2. KVIC की Full form क्या है?
KVIC का मतलब है Khadi and Village Industries Commission.
3. KVIC का पहला Silk Processing Plant कहाँ खुला है ?
गुजरात के सुरेंद्रनगर जिला में KVIC का पहला Silk Processing Plant का उद्घाटन किया गया।
4. KVIC क्या है?
Rural Area में रोजगार को बढ़ावा देने और व्यक्तिगत स्तर पर लोगों की आय के स्त्रोत बढ़ाने एक लिए Khadi and Village Industries Commission को लाया गया. इसका मकसद ग्रामीण क्षेत्रों के उद्योगों के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर को डेवेलप करना और उनको फिनांशियल एवं टेक्निकल सपोर्ट प्रोवाइड करना है।
5. खादी और ग्रामोद्योग आयोग की स्थापना क्यों की गई थी?
खादी और ग्रामोद्योग आयोग की स्थापना खादी और ग्रामोद्योग उत्पादों को बढ़ावा देने और उनकों वित्तीय सहायता एवं प्रसिक्षण देने के लिए।
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